देहरादून: उत्तराखंड में पारा तेजी से लुढ़कने लगा है और पहाड़ से मैदान तक ठिठुरन बढ़ गई है। करीब दो माह बाद दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा के आसार बने हैं। साथ ही चोटियों पर हिमपात की उम्मीद है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों में गरज के साथ आकाशीय बिजली चमकने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। वर्षा के बाद तापमान में भारी गिरावट के आसार हैं। अचानक ठंड बढ़ने के कारण चिकित्सक भी अधिक गर्म कपड़े पहनने और खान.पान का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।
उत्तराखंड में अक्टूबर और नवंबर लगभग सूखे रहे। ज्यादातर क्षेत्रों में एक बूंद बारिश नहीं हुई। जिससे मौसम शुष्क बना रहा और तापमान भी सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। यही वजह रही कि नवंबर में ठंड भी बेहद कम महसूस की गई।
दिसंबर की शुरुआत के बाद भी मौसम शुष्क बना हुआ है लेकिन अब तापमान में गिरावट आने लगी है। जिससे पहाड़ से मैदान तक ठिठुरन बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार हैं। जिससे रविवार और सोमवार को ज्यादातर क्षेत्रों में बादलों का डेरा रहने और हल्की से मध्यम बौछारें पड़ने की आशंका है।
खासकर देहरादून, पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इसके अलावा चोटियों पर भी हल्का हिमपात हो सकता है। इस सीजन में अब तक प्रदेश में बर्फबारी दर्ज नहीं की गई है। मौसम के करवट बदलने से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में पारे में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है। मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका है।