
देहरादून: जमरानी बांध बहुद्देश्यीय परियोजना का निर्माण अब दिसंबर 2028 से पहले पूरा होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। पहले इस परियोजना को पूरा करने के लिए जून 2029 का लक्ष्य रखा गया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने देहरादून की सौंग बांध परियोजना का निर्माण भी निर्धारित अवधि 30 जून 2030 से पहले पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की इन दोनों बांध परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि दोनों परियोजनाओं के तहत होने वाले कार्यों में तेजी लाते हुए इन्हें चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव एसएन पांडेय, युगल किशोर पंत, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमन, अपर सचिव बंशीधर तिवारी उपस्थित रहे।
जमरानी बांध बहुद्देशीय परियोजना लगभग 3808 करोड़ रुपये की लागत की इस परियोजना के तहत 150.6 मीटर ऊंचा बांध 42.92 किलोमीटर लंबी नहर का पुनर्निर्माण और 21.25 किलोमीटर लंबी नई नहर का निर्माण होना है।
परियोजना से हल्द्वानी शहर एवं उसके समीपवर्ती क्षेत्रों की 10.50 लाख आबादी के लिए 117 एमएलडी पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही बांध की नौ किलोमीटर लंबी झील को नए पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा। यही नहीं परियोजना से लगभग 57 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।
सौंग बांध पेयजल परियोजना 2492 करोड़ रुपये की लागत की इस परियोजना के तहत 130.60 मीटर ऊंचे बांध के अलावा 1.5 मीटर व्यास की 14.70 किलोमीटर लंबी जल वहन प्रणाली का निर्माण होना है। यही नहीं 85 किलोमीटर की जल वितरण प्रणाली एवं 150 एमएलडी जल शोधन संयंत्र का निर्माण भी किया जाना है।
सौंग बांध पेयजल परियोजना 2492 करोड़ रुपये की लागत की इस परियोजना के तहत 130.60 मीटर ऊंचे बांध के अलावा 1.5 मीटर व्यास की 14.70 किलोमीटर लंबी जल वहन प्रणाली का निर्माण होना है। यही नहीं 85 किलोमीटर की जल वितरण प्रणाली एवं 150 एमएलडी जल शोधन संयंत्र का निर्माण भी किया जाना है।
इससे भविष्य में देहरादून शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों को वर्ष 2053 तक अनुमानित लगभग 10.65 लाख की आबादी को 150 एमएलडी ग्रेविटी आधारित पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। बांध की 3.5 किलोमीटर लंबी झील को भी नए पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा।