देहरादून: चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन के लिए कतार में लगकर अधिक समय तक प्रतीक्षा न करनी पड़े इसके लिए टोकन स्लाट व्यवस्था की गई है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को सुभाष रोड स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि पंजीकरण टोकन व सत्यापन व्यवस्था के लिए कार्यरत एजेंसी के साथ ही पर्यटन प्रशासन व पुलिस अधिकारियों द्वारा स्थल चयनित किए जाने प्रस्तावित हैं। इस व्यवस्था के लागू होने पर किसी भी यात्री को लाइन में एक घंटे से अधिक की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुजन जिस प्रकार से पंजीकरण करा रहे हैं उससे साफ है कि इस बार की यात्रा नए प्रतिमान गढऩे जा रही है। यह भी जानकारी दी कि देहरादून में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में स्थापित कंट्रोल रूम पूरे यात्रकाल में प्रतिदिन सुबह सात से रात 10 बजे तक संचालित होगा।
चारधाम यात्रा पर आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग की कोई समस्या नहीं रहेगी। कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि इसके लिए यात्रा मार्गों पर 42 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार से स्वीकृत और उत्तराखंड परिवहन निगम से प्राप्त धनराशि से इन स्टेशन की स्थापना के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम ;जीएमवीएन को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जीएमवीएन के 24 पर्यटक आवास गृह और परिवहन निगम के चार बस स्टेशन पर ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा टिहरी हाइड्रो डेवपलमेंट कारपोरेशन भी जीएमवीएन के 14 पर्यटक आवास गृह में यह स्टेशन स्थापित कर रहा है। इन चार्जिंग स्टेशन में यूनिवर्सल चार्जर होंगे। एक चार्जर 60 किलोवाट का होगा जिसमें 30.30 किलोवाट की दो गन होंगी।
महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थित जीएमवीएन के गेस्ट हाउस के लिए भी लोग बड़ी संख्या में बुकिंग करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 22 फरवरी से यह बुकिंग शुरू की गई थी और अभी तक आनलाइन व आफलाइन साढ़े आठ करोड़ रुपये से अधिक की बुकिंग हो चुकी है।
यह भी जानकारी दी कि यात्रा मार्गों पर स्थित रुद्रप्रयाग जिले के सात और चमोली के आठ गेस्ट हाउस की मरम्मत व उच्चीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर रहेगा। यात्रा मार्गों पर वर्तमान में सुलभ इंटरनेशनल के माध्यम से 1584 सीट वाले स्थायी शौचालयों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने मानसखंड एक्सप्रेस और आदि कैलास के लिए हेली दर्शन से संबंधित योजनाओं पर भी विस्तार से रोशनी डाली।