देहरादून: स्नातक में प्रवेश को लेकर छात्र छात्राओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है यदि किसी कारणवश वह कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट स्नातक सीयूईटी नहीं दे पाए फिर भी उन्हें प्रवेश मिल जाएगा।
दून के चार सहायता प्राप्त अशासकीय कालेजों में बीए, बीएससी एवं बीकाम की जितनी सीटें निर्धारित हैं। उसके सापेक्ष 60 प्रतिशत छात्र छात्राओं ने ही सीयूईटी परीक्षा दी। ऐसे में रिक्त रहने वाली करीब 40 प्रतिशत सीटों पर बिना सीयूईटी देने वाले छात्र छात्राओं को मौका मिलेगा।
एमकेपी पीजी कालेज की प्राचार्य डा. सरिता कुमार ने बताया कि शनिवार को स्नातक में मात्र 13 छात्राओं ने प्रवेश लिया। अब रविवार और सोमवार को रक्षाबंधन का अवकाश रहेगा। मंगलवार को एक बार फिर से स्नातक में प्रवेश होंगे, उन्होंने कहा कि कालेज में बीए, बीएससी एवं बीकाम की करीब आठ सौ सीट हैं। जिससे संभावना है कि सीयूईटी प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी काफी सीटें रिक्त रह जाएंगी। उसपर बिना सीयूईटी वाली छात्रों को मेरिट के आधार पर प्रवेश मिल जाएगा।
डीएवी कालेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार ने बताया कि प्रवेश लेने वाले कई छात्र छात्राओं ने पोर्टल पर मांगी गए सूचना को अधूरा भरा है। कई छात्र शिकायत कर रहे कि सीयूईटी स्कोर डाउनलोड नहीं हो रहा है।
ऐसे छात्रों का कालेज प्रवेश समिति मौके पर ही समाधान कर रही है और प्रवेश दे रही है। किसी भी छात्र को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। केवल मांगे गए सभी दस्तावेज सही हों और नियमानुसार सभी शर्तें पूरी करते हों।
रायपुर कालेज में छात्रों ने रिक्त सीटों पर प्रवेश की मांग उठाई
राजकीय महाविद्यालय मालदेवता रायपुर में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कुलदीप पंवार ने प्राचार्य डा.वीपी अग्रवाल को बताया कि महाविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष में 31 जुलाई तक प्रवेश हुए हैं लेकिन बीएससी पीसीएम, बीएससी गृह विज्ञान व बीकाम में लगभग आधे से ज्यादा सीट खाली हैं लेकिन समर्थ पोर्टल न खुल पाने की वजह से 15 दिन से छात्रों को आवेदन करने के लिए मौका नहीं मिल रहा है, छात्र हित को ध्यान में रखते हुए समर्थ पोर्टल को खोला जाए। समर्थ पोर्टल की वजह से महाविद्यालय में आधे से ज़्यादा सीट रिक्त रह गई हैं जबकि छात्र छात्राएं आवेदन करने के लिए समर्थ पोर्टल खुलने का इंतज़ार कर रहे हैं।