देहरादून: प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान व्यवस्था से नाराज मतदाता भी मतदान केंद्र तक पहुंचें, इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है।
उनसे कहा गया है कि जहां भी मतदाता तंत्र की कार्यप्रणाली से नाराज हैं, वहां जिलाधिकारी उनसे संवाद कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे। यदि किसी तकनीकी कारण के चलते समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है तो उस संबंध में भी उन्हें जानकारी दी जाए। साथ ही उन्हें मतदान करने के लिए भ प्रेरित किया जाए।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि इस वर्ष मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया है। लक्ष्य इस बार 75 प्रतिशत मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए लगातार स्वीप गतिविधियां चलाई जा रही हैं। इसके तहत अभी तक 34,94,000 मतदाताओं को मतदान की शपथ दिलाई जा चुकी है।
प्रदेश में बीते पांच वर्षों में मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है। इस वर्ष 5,55,784 नए सामान्य मतदाता बने हैं। इस वर्ष कुल 83,21,207 मतदाता हैं। वहीं वर्ष 2019 में 7765423 मतदाता थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव में मतदाता पहचान पत्र के अलावा 12 अन्य दस्तावेजों का प्रयोग मतदान के लिए किया जा सकेगा। इसमें आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, बैंक अथवा डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के तहत आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन अभिलेख, केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों और सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों के द्वारा कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, सांसदों, विधायकों व एमएलसी द्वारा जारी अधिकारिक पहचान पत्र, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी विशिष्ट दिव्यांग फोटो पहचान पत्र सम्मिलित हैं।
चुनाव के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने 5865 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग करने का निर्णय लिया है। इनमें सबसे अधिक 940 केंद्र देहरादून, 857 केंद्र हरिद्वार और 732 केंद्र ऊधमसिंह नगर में हैं।
आयोग ने प्रदेश के सबसे कम और सबसे अधिक मतदाता वाले मतदान केंद्रों को भी चिह्नित किया है। इसके तहत पौड़ी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत यमकेश्वर के लालढांग मतदान केंद्र में मात्र चार मतदाता है।
वहीं पौड़ी लोकसभा क्षेत्र में कोटद्वार के ढिकाला में 10 मतदाता है। वहीं सबसे अधिक मतदाता हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत डोईवाला के नकरौंदा मतदान केंद्र में हैं। यहां 1482 मतदाता हैं। नैनीताल-ऊधमसिंहनगर लोकसभा क्षेत्र में रामनगर के अंतर्गत पीरूमदारा में 1446 मतदाता हैं।
आयोग ने इस वर्ष अधिक से अधिक दिव्यांगजन को भी मतदाता बनाने में सफलता प्राप्त की है। इस वर्ष 79965 दिव्यांग मतदाता हैं।