देहरादून: पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए धामी सरकार अब राज्य में सड़कों के विस्तार के प्रयासों में जुट गई है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर विभिन्न सड़कों के प्रस्ताव उनके समक्ष रखे। इस अवसर पर देहरादून मसूरी के लिए 40 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना के साथ ही नैनीताल जिले में प्रसिद्ध कैंचीधाम के लिए बाइपास निर्माण के प्रस्तावों पर सैद्धांतिक सहमति दे दी गई।
मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली प्रवास के दौरान गुरुवार को केंद्रीय मंत्री गडकरी से भेंट कर उन्हें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का दायित्व फिर से मिलने पर शुभकामनाएं दीं। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में यातायात के बढ़ते दबाव की समस्या की तरफ गडकरी का ध्यान आकृष्ट कराया।
इसी क्रम में उन्होंने देहरादून मसूरी के बीच 40 किमी लंबे मार्ग की स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस मार्ग के निर्माण से देहरादून मसूरी के लिए अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सड़क देहरादून के झाझरा गोल चक्कर से प्रारंभ होकर मसूरी में लाइब्रेरी चौक के पास समाप्त होगी। इससे दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे और हिमाचल पंजाब से मसूरी जाने वाले लोग देहरादून शहर में प्रवेश किए बिना सीधे मसूरी जा सकेंगे। 3425 करोड़ रुपये की लागत वाली इस सड़क परियोजना पर केंद्रीय मंत्री ने सैद्धांतिक सहमति प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने नैनीताल जिले में कैंचीधाम बाइपास की स्वीकृति का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि कैंचीधाम ज्योलीकोट अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग के किमी 24 पर स्थित है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से जाम की स्थिति बनी रहती है।
वर्तमान में इस राजमार्ग पर ज्योलीकोट से खैरना तक डबल लेन में चौड़ीकरण प्रस्तावित है। इसके समरेखण की स्वीकृत का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है। इस बाइपास की लंबाई 1,900 किमी है। इसके प्रारंभ बिंदु के 275 मीटर के बाद 325 मीटर की सुरंग भी प्रस्तावित है। इस सब पर भी केंद्रीय मंत्री ने सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी।